एडीएचडी के कारण, लक्षण और इलाज
Ø एडीएचडी यानि (अटेंशन डिफिसिट हाइपरएक्टिवडिसऑर्डर) ध्यान काअभाव और अति–सक्रियताएक मानसिक विकार है |
Ø यहविकार लाखोंबच्चों को अपनी चपेटमें लेती है | यहविकार पूरे विश्व मेंलगभग 5% बच्चों को प्रभावित कियेहुए है |
Ø इसविकार से परेशान बच्चेअपने ध्यान को एक जगहकेन्द्रित करने में कठिनाईहोती है | और स्कूलके कार्यो को पूरा करनेमें समस्या होती है |
Ø इनबच्चों में ध्यान नलगा पाने के साथ–साथ अति–सक्रियताऔर अस्थिरता होती है |जोइनके परेशानी का कारण बनतीहै |
एडीएचडीके कारण
Ø मुख्यतःएडीएचडीका कारण बच्चे केब्रेन में न्यूरोलॉजिकल इम्बलेंसहै जो इस समस्याको पैदा करता है|
Ø ब्रेनमें पाए जाने वालेरसायन जिन्हें न्यूरो–ट्रांसमीटर कहते हैं औरये केमिकल ब्रेन को एक्टिव करनेमें मदद करते हैं
Ø कुछवैज्ञानिक शोध में पायागया है किएडीएचडीसे ग्रस्तबच्चों में कुछ निश्चितन्यूरो–ट्रांसमीटर की मात्रा मेंकमी पाई गई है|
Ø फिरभी मुख्य कारण अज्ञात है|
Ø एकही फैमिली में जुड़वाँ बच्चोमें भी यह स्तिथिमिल सकती है इसस्तिथि से सम्बन्धित कोईजेनेटिक कारण अभी तकनही खोजा जा सकाहै |
Ø प्रेगनेंसीके समय अत्यधिक स्मोकिंग,ज्यादा अल्कोहल पीना,x-ray आदि के हाईरेडिएशन,बच्चे के जन्म लेनेके बाद के संक्रमणजैसे इन्सेफेलाइटिस के कारण ब्रेनटिश्यू प्रभावित हो जाती हैऔर एडीएचडीके लक्षण उत्पन्न हो जाते हैं|
एडीएचडी केलक्षण
Ø किसीभी बात पर ध्याननहीं दे पाता है |
Ø ध्यानको स्थिर बनाये रखने में कठिनाईहोती है |
Ø अक्सरजो कुछ भी कहाजाता है उसे नहींसुनता है |
Ø निर्देशोंके अनुसार कार्य करने में परेशानीहोती है |
Ø कार्योंको व्यवस्थित करने में कठिनाईमहसूस करता है |
Ø ऐसेकार्यों को करने सेबचताहै जिसे करने केलिए जो अतिरिक्त मानसिकप्रयास करने की जरूरतहोती है |
Ø अपनीचीजें कही भी रखकर भूल जाता है|
Ø आसानीसे उसका मन विचलितहो जाता है |
Ø बच्चाभूलने की समस्या सेपरेशान रहता है |
Ø एकजगह स्थिर बैठने में कठिनाई महसूसकरता है |
Ø मनाकरने पर भी अनुचितजगह पर चलता याचढ़ता है |
Ø चुपचापखेलने में कठिनाई होतीहै |
एडीएचडी सेबचाव
Ø एडीएचडीसेबचाव के कोई विशेषनियम अभी तक अज्ञातहै फिर भी कुछनिश्चित नियमों की सलाह दीजाती है |इन नियमोंका पालन गर्भावस्था केसमय करना जरूरी होताहै |
Ø अपनीगर्भावस्था में अपने स्वस्थरहने पर विशेष ध्यानदें |
Ø गर्भावस्थाके समय शराब काउपयोग न करें |
Ø गर्भावस्थाके समय अपनी नियमितमेडिकल चेक–अप जरूरकरवाएं